लखनऊ। कोरोना की तीसरी लहर आशंका और बच्चों पर उसके प्रभाव की संभावना को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग लगातार तैयारियां कर रहा है। अपनी तैयारियों का आंकलन करने व कमियों को देखने के लिए स्वास्थ्य विभाग 27 अगस्त को सभी पीडियाट्रिक अस्पतालों में मॉकड्रिल किया जाएगा।
बताते चले कि राजधानी में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से लेकर मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक वार्ड को अपग्रेड किया जा रहा है। डिप्टी सीएमओ डॉ. मिलिंदवर्धन का कहना है कि तीसरी वेव में बच्चों पर संभावित खतरे को देखते हुए सीएचसी से लेकर मेडिकल कॉलेज में इलाज की व्यवस्था को चाक चौबंद किया जा रहा है। ऐसे में राजधानी के वो अस्पताल जहां पर पीडियाट्रिक वार्ड है आैर उनको अपडेट किया गया है। वहां पर उनकी तैयारियां, स्टॉफ को ट्रेनिंग का सिस्टम कैसा रहा आदि का आंकलन किया जाएगा। शासन स्तर से निर्देश मिलने के बाद 27 अगस्त का मॉक ड्रिल किया जाना है। इसमें यह देखा जाएगा कि अगर कोई बच्चा इलाज के लिए अस्पताल आता है, तो उसको रिसीव करने से लेकर इलाज और स्टॉफ का व्यवहार, इमरजेंसी में स्थिति को संभालने का दौर आदि कैसा है। इन सब का गहनता से आंकलन होगा। इस मॉक ड्रिल को कराने के लिए टीम को मंगलवार को प्रशिक्षण देने का काम होगा। जो राजधानी के 4 सीएचसी समेत सभी सरकारी अस्पताल व चिकित्सा विश्वविद्यालय में मॉक ड्रिल को करेंगे. और उसकी रिपोर्ट बनाकर शासन को सौंपी जाएगी।