लखनऊ। ब्रेस्ट कैंसर सिर्फ महिलाओं को ही नही होता है। पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर होता है। पुरुषों के मेमोग्राफी नहीं हो सकती है, इसलिए खतरा ज्यादा होता है। कुछ सटीक लक्षणों व जांच के आधार पर पुरुषों में कैंसर की पुष्टि हो सकती है।
पुरुषों में ब्रेस्ट कैं सर बहुत कम होता है।
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ज्यादातर अधिक उम्र में पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर देखा गया है। इस लिए इसकी जानकारी का अभाव बना हुआ है। जब तक पता चलता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। केजीएमयू के इंडोक्राइन सर्जरी विभाग के प्रमुख डा. आनंद मिश्र का मानना है कि पुरुषों में ब्रोस्ट कैंसर कम होता है, फिर भी अगर कोई दिक्कत या बदलाव हो तो विशेषज्ञ डाक्टर से परामर्श जरुर लेना चाहिए।
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विशेषज्ञों के मुताबिक पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर की सबसे बड़ी पहचान में ब्रोस्ट के टिशु में बदलाव होने लगता है या गांठ उभर आती है। इस गांठ में किसी तरह का दर्द नहीं होता है। इस लिए लोग इसे सामान्य गांठ समझ बैठते है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ब्रोस्ट में किसी तरह का बदलाव या साइज में अंतर दिखे तो डाक्टर से सम्पर्क करना चाहिए।
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विशेषज्ञों की माने तो निप्पल के रंग में परिवर्तन हो सकता है। कोई तरल पदार्थ का डिस्चार्ज हो तो डाक्टर से परामर्श ले। शुरू में कैंसर का इलाज सम्भव है। ब्रोस्ट के आस-पास भी रंग में परिवर्तन हो रहा हो तो परामर्श जरूर लें। इसके अलावा अगर ब्रोस्ट में लगातार दर्द बना रहे तो दवा खाने से कोई परिवर्तन न हो रहा हो आैर लम्बे समय से बना है तो कैंसर हो सकता है। यहीं नहीं लिंफ नोड में सूजन बनी हो या ब्रेस्ट के आस-पास सूजन हो तो सतर्क हो जाए। विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी प्रकार का परिवर्तन हो तो विशेषज्ञ डाक्टर से सम्पर्क करना चाहिंए।