लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के डेंटल यूनिट के डॉ. अंजनी कुमार पाठक का कहना है कि डेंटल इंप्लांट सिर्फ आपकी सुंदरता में चार चांद हीं नहीं लगाते हैं, बल्कि व्यक्ति के पोषण में भी महत्वपूर्ण भूमिका में रहते है। कई बार दांत न होने से व्यक्ति पोषणयुक्त आहार का सेवन नहीं कर पाता है।
इसका असर उसकी स्वास्थ्य पर पड़ता है। डा. पाठक शुक्रवार को पेरियोडांटोलॉजी विभाग द्वारा डेंटल इंप्लांट कार्यशाला में सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्य अतिथि प्रो. रंजीत कुमार पाटिल ने कहा कि वर्तमान में डेंटल इंप्लांट उन मरीज़ों के लिये वरदान साबित हो रहा है, जिन्होंने किसी कारणवश अपना कोई दांत गवा चुके हैं। डॉ. अमिय अग्रवाल ने कहा कि डेंटल सर्जन की भूमिका महत्वपूर्ण है। रोड एक्सीडेंट के काफी मरीजों के दांत और जबड़ों में चोट आती है।
डेंटल सर्जन उनकी सर्जरी करके सही करते हैं। कई बार इंप्लांट भी डालने पड़ जाते हैं। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के डॉ. फरहान दुर्रानी , डॉ.रोमेश सोनी तथा डेंटल यूनिट के प्रो. लक्ष्य कुमार ने प्रतिभागियों को इंप्लाट की विधि और नए उपकरणों के बारे में बताया। इस मौके पर डॉ. नंद लाल, डॉ. पवित्र रस्तोगी, डॉ. शालिनी कौशल, प्रो. रामेश्वरी सिंघल, डॉ. शादाब मोहम्मद उपस्थित थे।
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