लखनऊ। कैंसर के मरीज को बंधक बनाये जाने की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शुक्रवार को कुर्सी रोड स्थित डायमंड हास्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में छापा मारा। छापा की टीम जब पहुंची तो सेंटर में गंभीर मरीज तो भर्ती थे, लेकिन डाक्टर, पैरामेडिकल व अन्य स्टाफ भाग निकला था। टीम ने बंधक बनाये जाने की मरीज को केजीएमयू शिफ्ट करा दिया। इसके परिजनों का आरोप है कि इलाज के लिए लगातार रुपये देने के बाद भी सही इलाज नहीं किया जा रहा था। इसके अलावा आठ अन्य मरीजों को केजीएमयू सहित डा. राम मनोहर लोहिया अस्पताल, वीरागंना अवंती बाई अस्पताल रेफर कर दिया। जांच पड़ताल के बाद सेंटर को सील कर दिया गया।
स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली कि कुर्सी रोड स्थित डायमंड हास्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में कैंसर के मरीज को बंधक लिया है आैर उसे डिस्चार्ज नहीं कर रहे है। इस शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करने के लिए निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया गया। सीएमओ डा. जीएस बाजपेई ने तत्काल कार्रवाई करते हुए डिप्टी सीएमओ डा. डीके बाजपेई, डा. राजेद्र चौधरी, डा. रावत के साथ स्वास्थ्य कर्मी सौरभ की टीम को मौके पर भेजा। मौके पर पहुंची टीम को सेंटर में कोई डाक्टर मौजूद नही था। मरीजों का इलाज भी बंद हो गया था। पड़ताल करने पर कोई पैरामेडिकल स्टाफ नहीं मौजूद था। भर्ती मरीजों ने बताया कि अचानक सभी सेंटर से भाग निकले है।
शिकायत करने वाली मरीज सुखदेई को कैंसर पीड़ित होने के कारण इलाज के लिए केजीएमयू शिफ्ट कर दिया गया। इसके अलावा अन्य मरीजों को वीरागंना अवंती बाई तथा लोहिया अस्पताल रेफर कर दिया गया। डा. चौधरी ने बताया कि मौके पर मरीजों को रेफर करने के लिए डिस्चार्ज करने वाला कोई नहीं था। इसके अलावा छानबीन करने पता चला कि वहां पर सभी प्रकार की बीमारियों का इलाज किया जाता था। कैंसर से लेकर डिलीवरी तक कराया जाता था। बताया जाता है कि लगभग 15 बिस्तरों वाले सेंटर को मरीज रेफर करने के बाद सील कर दिया। सीएमओ डा. जीएस बाजपेई ने बताया कि पंजीकरण है यह नही इसकी जानकारी एकत्र की जा रही है।