लखनऊ। मोहनलालगंज के मऊ मे दो दिन पहले डेंगू से युवक की मौत के बाद रविवार की रात गांव के एक ही मोहल्ले मे बुखार से पीड़ित दो लोगो की मौत से लोगों में हड़कम्प मच गया। लोंिहया संस्थान में कक्षा नौ छात्रा की मौत इलाज के दौरान हुई, जबकि पच्चीस वर्षीय मजदूर की मौत गांव मे ही अचानक हो गई गांव मे ही हो गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि मजदूर को कई दिन से बुखार आ रहा था। स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों का कहना है कि छात्रा को मेनिनजाइटिस की पुष्टि हुई थी। इसके अलावा मजदूर की मौत बुखार से नहीं अधिक शराब पीने के कारण हुई है।
मऊ निवासी शत्रोहन की बेटी रितिका कक्षा नौ की छात्रा थी, शत्रोहन ने बताया कि बेटी को तेज बुखार आने पर उसे सिविल अस्पताल मे भर्ती कराया था। जहां पर इलाज के बाद भी सुधार नहीं हो रहा था। इस पर बेटी को आठ दिन पहले लोहिया संस्थान रेफर कर दिया गया था, जहा पर रविवार की बीतीरात उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि छात्रा के इलाज मे लापरवाही की गई जिससे उसकी मौत हो गई।
वही दूसरी ओर इसी गांव के ही मोहल्ले के रहने वाले लखन के बेटे को संजय को बुखार की शिकायत थी और रविवार की रात अचानक उसकी मौत हो गई।
सीएचसी अधीक्षक डा.अशोक कुमार के मुताबिक रितिका को टीबी की बीमारी थी और मस्तिष्क पर टीबी मे चढ गई, जो कि मौत का कारण बन गया। इसी तरह मृतक संजय ने जादा शराब पी ली और उसकी मौत हो गई। क्षेत्र में जांच करके दवा वितरित की जा रही है।