1 महीने में दो विशेषज्ञों ने छोड़ा पीजीआई

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लखनऊ ।संजय गांधी पी जी आई के एक माह में दो चिकित्सकों ने संस्थान को अलविदा कह दिया। क्रिटिकल केयर मेडिसिन के विभागाध्यक्ष प्रो ए के बरौनिया तथा एनिस्थिसिया के प्रो के सी पन्त ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर रुद्र प्रयाग के मेडिकल कालेज में प्रधानाचार्य के पद पर कार्य भार सोमवार को गहण कर लेगे। अभी हाल ही में क्रिटिकल केयर मेडिसिन के विभागाध्यक्ष प्रो ए के बरौनिया ने पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज में प्रधानाचार्य के पद पर 1 अक्टूबर को को कार्य भार गहण कर लिया है। इसके पूर्व गैस्ट्रो इन्ट्रोलॉजी के प्रो राकेश अगवाल पी जी एम आर आई पांडिचेरी के कुलपति के पद पर कार्य भार गहण कर चुके हैं। इसके अलावा आन्ध्र प्रदेश के एम्स निदेशक एनिस्थिसिया के प्रो मुकेश त्रिपाठी और पटना एम्स के निदेशक प्रो पी के सिंह मरीजों की सेवा के लिए कायॅ कर रहे हैं। सैफई गामीण आयुर्विज्ञान संस्थान के कुलपति पर न्यूरोसजँरी के विभागाध्यक्ष प्रो राज कुमार भी मरीजों की सेवा के कायॅ को अंजाम पहुंचा रहा हैं। संजय गांधी पी जी आई 1982 में बनना शुरू हुआ है। वर्ष 1988 में मरीजों को ओ पी डी शुरू हुई है तब से अभी तक 30 से 40 चिकित्सको ने दूसरे देशों एवं अपने देश के अस्पतालों में छोड़कर चले गये हैं या निजी अस्पताल में चले गए। जो चिकित्सक इस संस्थान में सेवा पूरी करने के उपरांत निजी अस्पताल के मेंदाता हास्पिटल तथा अपोलो मेडिस्ट में मरीजों के कार्य की सेवा में अभी भी लगे हैं। बताते चलें कि अब तक पांच दर्जन से अधिक चिकित्सकों ने संस्थान को छोड़कर अन्य अस्पतालो की ओर रुख कर लिया है। प्रो वी के सिंह 1989 इम्यूनोलाजी प्रो आर आर सिंह 1990 इन्डोक्राइनोलाँजी के विभागाध्यक्ष प्रो श्री कांत प्रो अमरीश मित्तल 1995 प्रो रमेश खण्डूरी 1990 नेफोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रो विजय खेर ने 1994 एवं डॉ प्रदीप अरोरा 1993 तथा डॉ वी के अगवाल 2002 डॉ संदीप गुलाटी 2003 यूरोलांजी के विभागाध्यक्ष प्रो अंनत कुमार डॉ राजेश अलवात 1994 डॉ ए के राव 1997 डॉ एच के राव 1997 डॉ दीपक दुबे 2008 डॉ सौरभ वशिष्ठ 2014 नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में चले गए हैं। काडिँयोलाजी के विभागाध्यक्ष प्रो नकुल सिन्हा 2009 में विभाग की आपसी खींचतान के कारण से संस्थान को अलविदा कह दिया। डॉ राधाकृष्णन 1996 डॉ राजीव बजाज 1996 सी वी टी एस के विभागाध्यक्ष प्रो पी के घोष 1996 डॉ टी एस महंत 1998 डॉ ए के श्रीवास्तव 1995 डॉ प्रमोद मित्तल हिमटोलांजी के विभागाध्यक्ष प्रो ए के शाह 2006 डॉ एम दबडघाव 1999 ब्लड बैंक के विभागाध्यक्ष प्रो ए के चौधरी 2003 गैस्ट्रो सर्जरी के प्रो सादिक सिकौरा 2001 प्रो आन्नद प्रकाश 2019 में मेंदाता हास्पिटल राजधानी लखनऊ में छोडकर चले गये हैं। गैस्ट्रो इन्ट्रोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रो गौर चौधरी 2012 डॉ अभय वर्मा भी लखनऊ के मेंदाता अस्पताल के निजी में सेवा दे रहे हैं। न्यूरोसजँरी के विभागाध्यक्ष प्रो वी के जैन 2009 प्रो पियूष मित्तल 1995 प्रो दीपू बनर्जी 2002 प्रो ईशा त्यागी 2008 रेडियोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रो एस एस बैजल प्रो आर के गुप्ता 2012 प्रो एस के फड़के 2015 में संस्थान को अलविदा कह दिया।

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