न्यूज। ओडिशा के बालासोर जिले के बहनगा बााार स्टेशन पर 12841 अप चेन्नई शालीमार कोरोमंडल एक्सप्रेस तथा 12864 यशवंतपुर हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस एक के बाद एक पटरी से उतर गयीं और इस दुर्घटना में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गयी और 179 लोगों के घायल हो गये।
प्रधानमंाी नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंाी ने ट््वीट में कहा, ”ओडिशा में ट्रेन हादसे से व्यथित हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायल जल्द स्वस्थ हों। रेल मंाी अश्विनी वैष्णव से बात की और स्थिति का जायजा लिया। दुर्घटनास्थल पर बचाव अभियान चल रहा है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जा रही है.
श्री बिरला ने कहा, ”ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे में कई लोगों की मृत्यु अत्यंत दुखद है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें। असीम पीड़ा की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएँ शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। हादसे में घायलों के स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूँ।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल कुमार लाहोटी तत्काल दुर्घटनास्थल के लिए रवाना हो गये हैं जबकि रेल मंाी अश्विनी वैष्णव मडगांव-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस के उद्घाटन के लिए गोवा पहुंचने पर दुर्घटना की खबर मिलते ही वापस दिल्ली रवाना हो गये और यहां से ओडिशा जाएंगे।
रेलवे बोर्ड के सूाों ने बताया कि 12841 अप शालीमार एक्सप्रेस शाम करीब सात बज पटरी से उतर गयी और इसके सात कोच दूसरी दिशा वाली पटरी पर पलट गये जिसके चंद मिनट बाद ही 12864 अप गाड़ी आयी और वह कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतरे डिब्बों से टकरा गयी जिससे उसके भी दो कोच पटरी से उतर गये। दुर्घटना के कारण अप एवं डाउन दोनों मार्गों पर यातायात अवरूद्ध हो गया। रेलवे अधिकारियों ने इसके अलावा हेल्पलाइनों के नंबर साझा किये।
लेकिन भुवनेश्वर में ओडिशा सरकार की ओर से बताया गया है कि दुर्घटना के बाद राहत एवं बचाव के लिए एनडीआरएफ की 22 सदस्यों की एक टीम और कटक जंक्शन से 32 सदस्यों की एक अन्य टीम दुर्घटनास्थल पर भेजी गयी है। एनडीआरएफ की तीन टीमें, ओडिशा डीआरएएफ की चार यूनिट और 60 एम्बुलेंस भेजी गयीं। बताया गया है कि दुर्घटना में कम से कम 30 लोगों की मौत हुई है। जबकि बालासोर मेडिकल कॉलेज में 47 घायलों को भर्ती कराया गया है। 132 घायलों को सोरो, गोपालपुर एवं खांतापाड़ा के स्वास्थ्य केन्द्रों में शिफ्ट किया गया है।