लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रॉमा सेंटर में वेंटीलेटर समय पर नहीं मिल पाने के कारण मरीजों की मौत हो रही है। आश्चर्यजनक यह है कि ट्रामा सेंटर में ही सर्जरी होने के बाद मरीज को वेंटीलेटर नहीं मिल पाया आैर उसकी मौत हो गयी। तीमारदार वेंटीलेटर के लिए कुलपति कार्यालय से लेकर सीएमएस आफिस की परिक्रमा करते रहे, लेकिन कहीं भी वेंटिलेटर नहीं मिल सका।
लखीमपुर खीरी निवासी रंजीत ने लगभग एक सप्ताह पहले नशे की हालत में चाकू से खुद को मारकर घायल कर लिया था। इसमें उसकी आंतें फट गयी। परिजनों ने पहले लखीमपुर के एक निजी अस्पताल में सर्जरी करायी। जहां सर्जरी के बाद भी ब्लींडिग नहीं बंद हो पायी। जहां से उसे हालत गंभीर होने पर ट्रॉमा सर्जरी विभाग में भर्ती कराया था। बुधवार को हालत गंभीर होने पर यहां के डॉक्टरों ने मरीज की सर्जरी की दी। सर्जरी के बाद डॉक्टरों ने वेंटीलेटर की जरूरत बतायी, परन्तु वेंटिलेटर खाली न होने पर तीमारदार कुलपति कार्यालय से लेकर सीएमएस के यहां तक गुहार लगाई। सभी जगह वेंटीलेटर खाली न होने पर मरीज एम्बुबैग पर रखा गया।
बृहस्पतिवार दोपहर वेंटीलेटर न मिलने पर मरीज ने दम तोड़ दिया। पत्नी संगीता का आरोप है कि डॉक्टरों ने सर्जरी के बाद आईसीयू में शिफ्ट कराने की बात कही थी। समय पर सही इलाज न मिलने से उनकी मौत हो गई। प्रवक्ता डॉ. संदीप तिवारी का कहना है कि मरीज की हालत गंभीर थी। वेंटीलेटर खाली होने पर उसे शिफ्ट कराने की तैयारी चल रही थी, तभी उसकी मौत हो गई।
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