लखनऊ। डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने अब अधिकारियों द्वारा वर्दी के नाम पर प्रताड़ित किये जाने का आरोप लगाया है, जहां एक तरफ लगभग आठ वर्षों से अनुबंधित सेवा प्रदाता फर्म केशव सिक्योरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा एक भी बार किसी संविदा कर्मी को निर्धारित वर्दी नहीं दी गयी।
वहीं अब संस्थान प्रशासन के चिकित्सा अधीक्षक द्वारा फरमान जारी किया गया है कि बिना ड्रेस के कोई भी कर्मचारी ड्यूटी स्थल पर उपस्थित ना हो तथा नोटिस में यह भी बताया गया है कि वर्दी ना पहनने वाले कर्मचारी को सख्त दंड दिया जाएगा तथा वेतन भी काट लिया जाएगा। जबकि संविदा कर्मी वर्षों से बेहद कम वेतन प्राप्त कर रहे है। वर्तमान में कोविड-19 महामारी के दौरान अपना जान जोखिम में डालकर मरीज की सेवा कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों का प्रशासन द्वारा उत्पीड़न कहीं कम नहीं है । संविदा कर्मचारी संघ की ओर से पहले भी कई बार सेवा प्रदाता से निर्धारित वर्दी दिए जाने की मांग की जा चुकी है । सेवा प्रदाता द्वारा किसी भी कर्मचारी को वर्दी नहीं दी गई, बल्कि समय-समय पर कर्मचारियों को परेशान किया जाता है । वेतन में हजारों रुपए का वर्दी खरीदना कर्मचारियों के लिए मुमकिन नहीं है, जबकि सेवा प्रदाता द्वारा प्रत्येक कर्मचारी पर सर्विस चार्ज संस्थान से भुगतान कराया जाता है । संविदा कर्मचारी संघ के पदाधिकारी जल्द ही मामले में निदेशक से वार्ता करेंगे ।