यूपी : ओमीक्रॉन से निपटने के लिए तैयारी पूरी 

0
751

 

Advertisement

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

लखनऊ। प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस के नये वैरिएंट ‘ ओमीक्रॉन” के खतरे से निपटने के लिये पूरी तरह से तैयारी होने का दावा किया है। तैंयारी के अनुसार सभी जिलों में सुरक्षा और सतर्कता के पुख्ता इंतजाम किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा रविवार को जारी बयान के अनुसार राज्यस्तरीय स्वास्थ्य विशेषज्ञ परामर्श समिति ने कोरोना के नये वैरिएंट ‘ ओमीक्रॉन” के खतरों से जुड़े विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए अपनी रिर्पोट तैयार कर ली है। साथ ही सरकार ने ‘ ओमीक्रॉन” के संक्रमण को रोकने के लिये कदम उठाया है।
बयान के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इससे बचाव और इलाज के संबंध में समिति के बिन्दुओं पर गंभीरता से काम करने और प्रदेश में टीकाकरण की रफ्तार को बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। कोरोना के नये वैरिएंट के अलावा अन्य संक्रामक रोगों पर नियंाण के लिए सभी जिलों में सक्रियता बरती जा रही है। प्रदेश सरकार ने स्वच्छता, कोविड प्रोटोकॉल, परीक्षण, टीकाकरण और निगरानी को ओमीक्रॉन के खिलाफ बनाये गये चक्रव्यूह का हिस्सा बनाया है।
इसके अलावा प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में100 बेड और प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में 50-50 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने आला अधिकारियों को नए वैरिएंट को लेकर सभी अस्पतालों में पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिये हैं। इसके साथ ही प्रदेश सरकार अस्पतालों में पर्याप्त ऑक्सीजन, बेड और लैब जैसे जरूरी इंतजामों की उपलब्धता बनाये रखने की भी निरंतर निगरानी कर रही है।
अब तक किये गये इंतजामों के तहत प्रदेश की 3011 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (पीएचसी) और 855 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) को ओमीक्रॉन के खतरों के मुताबिक सभी अत्याधुनिक संसाधनों से लैस किया जा रहा है। सरकार ने प्रदेश में 73,000 निगरानी समितियों को भी सावधानी एवं सतर्कता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन 2.5 लाख से अधिक आरटीपीआर जांच करने में सक्षम है। ऐसे में नए वैरिएंट को ध्यान में रखते हुए भविष्य में जीनोम सीक्वेंसिंग की रफ्तार को बढ़ाने में भी उत्तर प्रदेश सक्षम है। इसके अलावा मुख्यमंाी ने लखनऊ स्थित पीजीआई और केजीएमयू में जीनोम परीक्षण को तेज करने के आदेश दिए हैं।

Previous articleप्रदेश में फार्मेसिस्टों का धरना प्रदर्शन, कल से काला फीता बांधकर होगा विरोध
Next articleSad news : हृदयगति रुकने से डा. विवेक दुबे का निधन

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here