*- यूके की पुलिस आधुनिकीकरण कंपनियां भी यूपी के साथ काम करने को उत्सुक*
*- यूपी के सीनियर पुलिस अधिकारियों के समक्ष अपनी एक्सपर्टीज का प्रेजेंटेशन देगी यूके की टीम*
*- अधिकारियों के इनपुट के आधार पर यूपी की आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों के समाधान का होगा प्रयास*
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के लॉ एंड ऑर्डर में हुए सुधार की धमक सात समंदर पार यूके तक पहुंच गई है। यूके की पुलिस आधुनिकीकरण से जुड़ी कंपनियां और संगठन भी यूपी के साथ काम करने को उत्सुक हैं। इसी क्रम में यूके पुलिस टेक्नोलॉजी कोऑपरेशन ट्रेड मिशन टू इंडिया के तहत यूके की एक टीम आगामी एक फरवरी को प्रदेश की राजधानी लखनऊ आ रही है। टीम में यूके की आठ प्रमुख सिक्योरिटी कंपनियां और ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन शामिल हैं। यह टीम यूपी के सीनियर पुलिस अधिकारियों से मुलाकात करेगी और प्रेजेंटेशन के माध्यम से अपनी विशेषज्ञता की जानकारी देगी। साथ ही यूपी पुलिस के अधिकारियों से मिले इनपुट के आधार पर, वह यूपी की आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों का समाधान करने के लिए भारतीय भागीदारों के साथ साझेदारी में काम करेगी। इस संबंध में नई दिल्ली स्थित ब्रिटिश हाई कमीशन की ओर से यूपी के डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान को पत्र लिखकर सहयोग की अपेक्षा की गई है।
*ब्रिटेन की 8 प्रमुख सुरक्षा कंपनियां होंगी शामिल*
साउथ एशिया में महामहिम की डिप्टी ट्रेड कमिश्नर अन्ना शॉटबोल्ट इस टीम का नेतृत्व करेंगी। प्रतिनिधिमंडल में ब्रिटेन की आठ प्रमुख सुरक्षा कंपनियां और प्रशिक्षण संगठन शामिल हैं। इनमें एचएमजी विभाग, इंटरनेशनल ट्रेड, होम ऑफिस, फॉरेन एंड कॉमनवेल्थ डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन, ब्रिटिश हाई कमीशन और यूके-इंडिया बिजनेस काउंसिल के प्रतिनिधि भी सम्मिलित होंगे। प्रतिनिधिमंडल में पुलिस आधुनिकीकरण के क्षेत्रों में काम करने वाली यूके की कंपनियां शामिल हैं जो साइबर सिक्योरिटी, फॉरेंसिक साइंसेज, क्राइम इनवेस्टिगेशन, ट्रैफिक मैनेजमेंट एंड सेफ सिटी, सिक्योर कम्युनिकेशन, प्रिजन एंड सिक्योर फैसिलिसटी एक्सेस मैनेजमेंट, ड्रग एंड नारकोटिक्स प्रोहाइबिशन और पुलिस ट्रेनिंग से संबंधित इश्यूज पर विशेषज्ञता रखती हैं। इनके प्रतिनिधि यूपी पुलिस के सीनियर अधिकारियों के समक्ष प्रेजेंटेशन देंगे और अधिकारियों से मिलने वाले इनपुट के आधार पर समाधान खोजने का प्रयास करेंगे।
*दोनों देशों के बीच बढ़ेगा सहयोग*
ब्रिटिश हाईकमीशन की ओर से डीजीपी को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि मई 2021 में अपनी शिखर बैठक के दौरान दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने द्विपक्षीय संबंधों में ‘नए युग’ का स्वागत किया था। इसके हिस्से के रूप में, यूनाइटेड किंगडम अगली पीढ़ी की सुरक्षा क्षमताओं को विकसित करने और उत्पादन करने के लिए संयुक्त रूप से भारतीय और ब्रिटिश सरकार की प्रयोगशालाओं, शिक्षाविदों और उद्योगों के बीच अधिक सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है। यूनाइटेड किंगडम ने प्रतिबद्धता जताई थी कि वह सुनिश्चित करेगा कि यह नया युग दोनों देशों के सभी लोगों और क्षेत्रों को लाभान्वित करे। इसी जुड़ाव को आगे ले जाने के लिए, भारत में यूके पुलिस टेक्नोलॉजी कोऑपरेशन ट्रेड मिशन के प्रतिनिधियों का लखनऊ आगमन हो रहा है। इससे दोनों देशों के बीच परस्पर सहयोगी की भावना और मजबूत होगी।
*यूके में हो रही है सीएम योगी के कार्यों की चर्चा*
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (यूपीजीआईएस) से पहले यूके के सेक्रेट्री ऑफ स्टेट फॉर इंटरनेशनल ट्रेड केमी बदेनोक ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर प्रदेश में किए गए विकास कार्यों, बुनियादी ढांचे और व्यापार व निवेश वातावरण को मजबूत करने के लिए उनकी तारीफ की थी। उन्होंने 2030 तक दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को दोगुना करने के लिए ब्रिटिश सरकार की प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की। वहीं, यूपीजीआईएस के लिए यूके के निवेशकों को आमंत्रित करने गई टीम योगी को बेहतर लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति, बेहतरीन कनेक्टिविटी और प्रदेश सरकार की निवेशक फ्रेंडली नीतियों के कारण बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला था।