लखनऊ। विदेश यात्रा के बाद भी किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में एक डॉक्टर घूम रहे हैं। भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा निर्गत एडवायजरी का पालन नहीं कर रहे है। यह डाक्टर 14 दिन कोरनटाइन में भी नही जा रहे है। विभाग के अलावा अन्य लोगों से भी मुलाकात कर रहे है। अब डॉक्टरों व कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण का डर सता रहा है।
केजीएमयू में देखा जाए तो 400 से ज्यादा डॉक्टर व लगभग दस हजार से ज्यादा पैरामेडिकल स्टाफ व कर्मचारी हैं। नियमानुसार के अनुसार कोरोना प्रभावित देशों की यात्रा से लौटे डॉक्टरों को 14 दिन तक एकांत में रहने की सलाह दी जाती है, लेकिन केजीएमयू में इसका पालन नहीं किया जा रहा है।
कुछ दिन पहले हार्ट का इलाज करा कर राजधानी लौटे डॉक्टर परिसर में घूम रहे थे, अब रेडियोथेरेपी विभाग के एक डॉक्टर भी केजीएमयू में टहल रहे है। रेडियोथेरेपी के डॉक्टर फरवरी के आखिर में अमेरिका यात्रा पर गये थे। गत शनिवार को लौटकर राजधानी पहंुचे। बताते है कि एयरपोर्ट पर उनके हाथ में मुहर भी लगायी गयी हंै। इसके साथ ही वहां पर स्वास्थ्य अधिकारियों ने 14 दिन एकांत में घर में रहने का परामर्श भी दिया गया है। सोमवार को वह घर से केजीएमयू पहुंचे आैर साथी डॉक्टरों से साथ चाय-पार्टी किया। जब साथियों को उनके हाथ में लगी आैर परामर्श के बारे में पता चला, तब साथी डॉक्टरों को कोरोना संक्रमण का डर सता रहा है, फिलहाल विदेश घूम कर आए इन डॉक्टर ने परिवार से दूरी बना ली है, लेकिन विभाग के डॉक्टरों के सम्पर्क में आने के बाद उनमें अब खासी नाराजगी है। अब उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वह क्या करें।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.