लखनऊ । राजाजीपुरम स्थित आरएलबी अस्पताल में संविदा कर्मियो को पिछले सात महीने से वेतन न मिलने पर गुस्साये कर्मचारियो ने करीब एक घंन्टे तक कार्य बहिस्कार कर जमकर प्रदर्शन किया। संविदाकर्मी यामिनी , पूनम ,राधा जैसवाल ने बताया कि ठेकेदार अज्ञात गुप्ता द्वारा करीब 50 कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र तो दे दिया गया लेकिन पिछले सात महीने से वेतन नहीं दिया गया काम करने वाले संविदा कर्मचारियों की हालात यह है कि कर्मचारी उधार लेकर अपना घर चलाने को मजबूर हैं। वहीं वेतन के नाम पर हर महीने कम्पनी द्वारा केवल लॉलीपॉप दिया जा रहा है।
इसके अलावा अगस्त माह में ठेके पर कार्यरत बिजली कर्मचारी अतुल शुक्ला (गोपाल) की अस्पताल में बिजली का तार सही करते समय करंट से झुलसने के बाद मौत के मामले में भी आज तक कोई हर्जाना कंम्पनी द्वारा नहीं दिया गया। अतुल के इलाज के दौरान अस्पताल प्रशासन से लेकर कम्पनी तक ने मदद के नाम पर हाथ खड़े कर लिए थे। तब साथी कर्मचारियों ने आपस में चंदा इकट्ठा कर अतुल का इलाज कराया। कर्मचारी बताते हैं कि जब वेतन के लिये ठेकेदार से जब कोई बात करता है तो उसे हटाने की धमकियाँ दी जाती है ठेकेदार द्वारा वेतन की माँग कर रहे संविदाकर्मी सलीम व विष्णूदत्त तिवारी को ठेकेदार ने अभी तक नियुक्ति पत्र भी नहीं दिया और उन्हें हटा भी दिया गया जबकि ठेकेदार पूर्व में हड़ताल के दौरान सभी कर्मचारियों को योग्यता के आधार पर नियुक्ति पत्र देने का वादा भी कर चुका है।
संविदाकर्मियों को स्थायी कर्मचारियों के बराबर ही वेतन दिया जाना चाहिए। कर्मचारियो का कहना है कि ठेकेदार द्वारा हफ्ते मे मिलने वाला अवकाश भी ठेकेदार द्वारा नही दिया जा रहा है जिसपर संविदाकर्मी बुधवार सुबह करीब नौ बजे एक घंन्टे तक सीएमएस आर के चौधरी के कमरे के सामने एकत्रित होकर जमकर प्रदर्शन किया। सीएमएस ने संविदाकर्मियो को दो दिन के अन्दर वेतन दिलाने का भरोसा दिया गया जिसपर संविदाकर्मी प्रदर्शन समाप्त कर कार्य पर लौटे।