जब डायबिटीज सताए तो क्या खाएं और क्या ना खाएं

0
836

 

Advertisement

 

 

लखनऊ। डायबिटीज की चपेट में हर परिवार का कोई न कोई सदस्य है। डायबिटीज में खानपान का बहुत महत्व होता है। इस बीमारी को नियंत्रित करने के लिए खान-पान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। डायबिटीज को नियंत्रित नहीं किया गया तो यह शरीर में कई नई बीमारियां पैदा कर देती हैं। लंबे समय तक डायबिटीज की चपेट में रहने वालों को कई नई तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है। तो आइए बात करते हैं हेरिटेज हॉस्पिटल के संचालक डॉ वीरेंद्र यादव से।

क्या है प्रमुख सावधानी

जिन लोगों में लक्षण दिखे अथवा जिन लोगों की उम्र 40 साल से अधिक है उन्हें साल में एक बार ग्लूकोज की जांच करा लेनी चाहिए। इसमें खाना खाने के बाद और खाना खाने के पहले होने वाली ब्लू को जांच के अलावा ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन ( एच बी ए 1 सी ) की जांच करा लेनी चाहिए।

 

इन बातों का रखें ध्यान

– कम कैलोरी वाला भोजन खाएं। भोजन में मीठे को बिलकुल खत्म कर दें। सब्जियां, ताज़े फल, साबुत अनाज, डेयरी उत्पादों और ओमेगा-3 वसा के स्रोतों को अपने भोजन में शामिल कीजिये। इसके अलावा फाइबर का भी सेवन करना चाहिए। तनाव कम ले। 6 से 8 घंटे नींद लें। मिश्रित अनाज की रोटियां खाएं।

 

 

यदि मधुमेह मैं क्या खाएं

यदि आप मधुमेह के रोगी है तो खानपान पूरी तरह से चिकित्सक की सलाह पर रखना चाहिए। भोजन में करेला, मेथी, सहजन, पालक, तुरई, शलगम, बैंगन, परवल, लौकी, मूली, फूलगोभी, ब्रौकोली, टमाटर, बंद गोभी और पत्तेदार सब्जियों को शामिल करना चाहिए। फलों में जामुन, नींबू, आंवला, टमाटर, पपीता, खरबूजा, कच्चा अमरूद, संतरा, मौसमी, जायफल, नाशपाती को शामिल करें। आम, केला, सेब, खजूर तथा अंगूर नहीं खाना चाहिए क्योंकि इनमें शुगर ज्यादा होता है। मेथी दाना रात को भिगो दें और सुबह प्रतिदिन खाली पेट उसे खाना चाहिए। अंकुरित अनाज में। आलू चावल मक्खन, मिठाई मैदा आज से परहेज करें।

Previous article‘पापनाशिनी गंगा’ ने लखनऊ में अपनी मौजूदगी का एहसास कराया
Next articleसियासी समीकरण बदल सकता है सपा प्रमुख अखिलेश यादव का पूर्वांचल दौरा

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here