लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कैंसर पीड़ित मरीजों को इलाज दिल्ली, मुम्बई नहीं जाना पड़ेगा। प्रदेश सरकार के प्रयासों से राजधानी सहित प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कैंसर के इलाज की उच्चस्तरीय चिकित्सा मुहैया करायी जा रही है। जटिल सर्जरी से लेकर रेडियो और कीमा थेरेपी की सुविधा भी मिल रही है। यह बात शनिवार को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री (डिप्टी सीएम) ब्राजेश पाठक ने टेडेक्स लखनऊ के चौथे संस्करण के तहत गोमतीनगर के एक होटल में आयोजित कैंसर जागरूकता कार्यक्रम में कहीं।
कार्यक्रम में कैंसर से जंग जीत चुके लोगों का उत्साहवर्धन भी किया। टेडेक्स ने समारोह में कैंसर से ठीक हुए मरीजों ने अपने विचार भी रखे। सभी का एक मत था कि कैंसर से डरे नहीं। इलाज के साथ खुद पर भरोसा रखें।
पीजीआई के इंडोक्राइन एवं ब्रोस्ट सर्जन डॉ. गौरव अग्रवाल ने बताया कि स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता आवश्यकता है। इसमें खुद पहचान कर समय से इलाज कराया जा सकता है। कैंसर से बचाव संभव हैं। महिलाएं 15 दिन में एक बार स्तन के आकार बदलाव, गांठ या तरल द्रव आदि जैसे कोई लक्षण लगने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
पीजीआई के रेडियोथेरेपी विभाग के प्रमुख डॉ. शालीन कुमार ने बताया कि रेडिएशन और कीमो में नई तकनीक और नयी दवाओं की वजह से कैंसर मरीजों को जल्द फायदा हो रहा है।