लखनऊ । संजय गांधी पी जी आई स्थित इंंडोक्राइन विभाग के तत्वाधान मे गांव क्षेत्र के सर्जन और एमबीबीएस छात्रो के लिए एक वुर्चअल कार्यशाला में ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में देश भर के 25 संकाय सदस्य के अलावा 343 लोगों ने भाग लिया।
कार्यशाला में महिलाओं द्वारा स्वयं के द्वारा ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के लिए उसकी शुरूआत में ही पहचान कैसे की जाए। इसके बारे में संजय गांधी पीजीआई में तैयार किये गये वीडियो दिखाया गया। एसोसिएशन आँफ सर्जन्स आँफ रूरल इंडिया के अध्यक्ष डॉ गोपल कृष्णन नटराजन ने क्रांफेस का उद्घाटन किया। इसके बाद एसोसिएशन के सचिव डॉ राज शेखर मोहन ने कोर्स के बारे में परिचय कराया। एसोसिएशन के उपाध्यक्ष और कायॅक्रम के आयोजन सचिव डॉ एस मायिलवागणन ने वीडियो दिखाते हुए महिलाओं द्वारा ब्रेस्ट कैंसर के स्वयं परीक्षण के बारे मे बताया।
उन्होंने बताया कि जिन महिलाओं का मीनोपाज हो चुका है, उन्हें महीने की किसी एक तारीख का चुनाव कर उसी दिन जांच करना चाहिए तथा दूसरी महिलाओं को जब उनमें पीरियड समाप्त हो उसके एक सप्ताह बाद चेक करना चाहिए। ब्रेस्ट कैंसर की एडवांस स्टेज से बचने के लिए स्व परीक्षण की आवश्यकता है। पी जी आई के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. अमित अग्रवाल ने ब्रोस्ट सर्जरी की नई विधियों के बारे मे जानकारी दी और कहा कि संस्थान के इन्हीं नयी विधियों से ब्रोस्ट कैंसर की सर्जरी की जाती है। अंजली मिश्रा ने ब्रेस्ट कैंसर का स्वर परीक्षण कैसे किया जाए, इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रो गौरव अग्रवाल ने भारत में व्याप्त ब्रेस्ट कैंसर के स्थिति के बारे में चर्चा की। डीन प्रोफेसर एस के मिश्रा ने प्रोग्राम से जुडने के लिए सभी को धन्यवाद दिया।