घर से काम करना हमेशा उपयोगी नहीं ब्रिटिश अध्ययन

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लंदन- दुनियाभर में जीवन के आधुनिक पेशेवर तरीकों में घर से काम करने का चलन बढ़ रहा है लेकिन ब्रिटेन में एक नये अध्ययन में चेतावनी दी गयी है कि सभी तरह के मामलों में यह उपयोगी नहीं हो सकता।

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लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स एलएसई द्वारा कराये गये एक अध्ययन में कहा गया है कि अगर घर से काम करने को पूर्णकालिक व्यवस्था बनाया जाए तो समय के साथ साथ कर्मचारियों और कंपनियों के लिए इसके फायदे दिखने कम हो जाएंगे।

क्या है यह अध्ययन ?

एलएसई के प्रबंधन विभाग में कार्यरत ईस्टर कोनोनिको ने ‘द टाइम्स’ को बताया, ”यह अध्ययन ऐसे भविष्य की एक झलक दिखलाता है जहां थोड़ी ढील देने के साथ काम करना सामान्य बन सकता है। एक समय लोग इसे अपने लाभ के तौर पर देखकर अपने संस्थान के लिए अधिक काम करने की जरूरत महसूस कर सकते हैं लेकिन भविष्य में ऐसा नहीं होगा।

कोनोनिको के अनुसंधान में यह बात सामने आई कि जो लोग रोजाना घर से काम करते हैं वे सामाजिक और पेशेवर तौर पर अलग-थलग भी होने लगते हैं और उन्हें अपने हुनर पर भरोसा कम होने लगता है। उन्होंने इस तरह के कई नकारात्मक प्रभाव गिनाये।
(भाषा)

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