बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिला मुख्यालय पर रविवार को 114 दिव्यांग जोड़े दाम्पत्य सूत्र में बंधने के साथ ही एक नया विश्वरिकार्ड बनाने जा रहे है। इस आयोजन को लेकर लोगों में उत्सुकता बनी हुई है। अगर सूत्रों की माने जाए अब तक सबसे अधिक 101 दिव्यांग जोड़ों का सामूहिक विवाह सम्मेलन उज्जैन में हो चुका है। इसके बाद बैतूल का सामूहिक विवाह सम्मेलन उज्जैन के रिकॉर्ड को तोड़ने जा रहा है। इस विश्व रिकॉर्ड को दर्ज करने के लिए एक टीम बैतूल पहुंच रही है।
यह विश्वरिकार्ड का कार्यक्रम पुलिस परेड ग्राउण्ड में आयोजित करने की तैयारी की जा रही है। यहां से दिव्यांग वर, जैन दादावाड़ी से गाजे-बाजे के साथ निकलेंगे। जोकि लाल बहादुर शासी स्टेडियम से दिव्यांगों की बारात को समारोह में बदल जाएगी। फिर यहां बारात पूर्वान्ह पुलिस परेड ग्राउण्ड पहुंचेगी। जहां पर अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
कलेक्टर शशांक मिश्र ने बताया कि जिले में दिव्यांग युवक-युवतियों को अपना जीवन साथी चुनने का अवसर देने के लिए खण्ड स्तर पर परिचय सम्मेलन आयोजित किये गये थे। इन सम्मेलनों में जिले के दिव्यांग युवक-युवतियों को स्थानीय के अलावा बीना, दिल्ली, भोपाल एवं नागपुर जैसे महानगरों के जीवन साथी भी चुनने का अवसर मिला। दिव्यांग 228 युवक-युवतियों में 128 अनुसूचित जनजाति, 30 अनुसूचित जाति, 67 अन्य पिछड़ा वर्ग एवं तीन सामान्य वर्ग से हैं। इसमें खास बात यह भी है कि पांच जोड़े ऐसे हैं जिनमें दिव्यांग अंतर्जातीय विवाह कर रहे हैं। सम्मेलन में संबंधित धर्म के धर्मगुरूओं द्वारा विधिवत् धार्मिक पद्धति से विवाह करवाये जाएंगे। इस दौरान संगीत की स्वर लहरियां बहेंगी, शहनाइयां बजेंगीं एवं मंगल-गान भी होंगे। मेहंदी रस्म का भी धूम धाम से आयोजित की जाएगी।