लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के टीजी हास्टल की लिफ्ट शनिवार को बिजली गुल होने अचानक बंद होने से सातवीं मंजिल पर फंसे मेडिकोज शोर मचाते रहे, लेकिन उनके चीखने चिल्लाने की आवाज किसी को सुनाई नहीं दी। नेटवर्क न होने के कारण मोबाइल भी नहीं चल रहा था। किसी एक साथी की कॉल हुई तो उसने घटना की जानकारी दी। इसके बाद गार्ड को बुलाकर लिफ्ट खुलवाने की कोशिश शुरु की। बड़ी मशकक्त के बाद मेडिकोज बाहर निकले कुछ मेडिकोज का दम घुटने से अर्धमूच्र्छित हो गये।
केजीएमयू टीजी ब्यॉज हास्टल में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष का कुछ मेडिकोज शनिवार रात में लिफ्ट से सातवें तल पर अपने कमरों में जा रहे थे। अचानक बिजली गुल होने से लिफ्ट सातवें तल पर फंस गयी। मेडिकोज शोर मचा रहे थे लेकिन रात होने के कारण कोई सुन नही पा रहा था। किसी तरह एक मेडिकोज ने कॉल करके जानकारी दी। इसके बाद साथियों ने गार्डो को मेडिकोज के लिफ्ट में फंसे होने की सूचना दी। गार्डो ने कड़ी मशक्कत के बाद आधे घंटे बाद उसे सकुशल बाहर निकाल लिया।
टीजी ब्यॉयज हास्टल में रहने वाले मेडिकोज का आरोप है कि बिजली गुल होते ही आए दिन यहां पर छात्र फंस जाते हैं। लिफ्ट को बिजली जाने पर जनरेटर नहीं लगा है। इसके अलावा लिफ्ट चलाने के लिए लिफ्ट मैन तक नहीं रखा गया है। मेडिकोज का आरोप है लिफ्ट का समय-समय पर मिटनेंस न होनेे से लिफ्ट झटके लेने लगती है। केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक का कहना है कि हास्टल मे जनरेटर लगाने की कवायद शुरू हो गयी है। जल्द ही जनरेटर लगा दिया जाएगा।