लखनऊ। मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट अटल बिहारी वाजपेई चिकित्सा विश्वविद्यालय वर्ष 2021 में एक नई पहचान बनाने के लिए तेजी से काम कर रहा है। उम्मीद जताई जा रही है वर्ष 2021 के अंत तक काफी हद तक मेडिकल कॉलेज पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट और नर्सिंग इंस्टीट्यूट इससे जुड़ जाएंगे और एक छत के नीचे ही सभी चिकित्सा संबंधी कार्य किए जाएंगे। उम्मीद है कि चिकित्सा शिक्षा का एक ही सत्र होगा और छात्रों को कोई नुकसान नहीं होगा और ना ही कोई मेडिकल कॉलेज अपनी मनमानी कर पाया है। कुलपति प्रोफेसर एके सिंह ने नए साल के लिए तैयारी शुरू कर दी है।
1. सभी सरकारी और निजी, चिकित्सा, दंत चिकित्सा, नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेजों को सहमति पत्र
2. लगभग 50 मेडिकल, 20 डेंटल, 200 नर्सिंग और पैरामेडिकल 8nstrates का भौतिक सत्यापन।
पहले से ही std की परीक्षा का आयोजन
4. विश्वविद्यालय को चलाने के लिए
9 फ आवश्यक पदों का निर्माण 5. चक गंजेरिया में भवन निर्माण।