लखनऊ। बदलती जीवन शैली से लोग बीमार हो रहे है। आलम यह है कि डीएनए तक को नुकसान पहुंच रहा है। इससे तमाम तरह की गंभीर बीमारियों के पनपने का कारण बन गया है।
सही लाइफ स्टाइल व आहार में सुधार करके किसी हद तक गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। यह जानकारी किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के एनाटॉमी विभाग के पूर्व डाक्टर एम एस सिद्ीकी ने दी।
डा. सिद्ीकी एनाटॉमी विभाग के 113 वें स्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। शनिवार को आयोजित समारोह एनाटोमिकल सोसायटी के द्वारा सेल्बी हाल में आयोजित किया गया। डा. सिद्ीकी ने कहा कि बदलती जीवन शैली के कारण प्रभावित हो रहे डीएन ए के कारण इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है। उन्होंने कहा कि जीवन शैली को सही रखने के साथ ही योग व व्यायाम से बीमारियों से बचा जा सकता है।
एनाटोमिकल सोसायटी व विभाग के प्रमुख डा. नवनीत कुमार ने कहा कि तनाव के कारण महिला व पुरुष बांझपन की चपेट में आ रहे है। थायराइड, गठिया समेत अन्य बीमारियां की चपेट में लोग आ रहे है। जिसके कारण लोग लम्बे समय तक दवा खाने को मजबूर हो जाते है। वर्तमान में इन सबसे बचने के लिए व्यायाम व योग बेहतर है।
कुलपति डा. सोनिया नित्यानंद ने कहा कि स्वस्थ्य जीवन शैली के लिए आहार व्यवहार दोनों महत्वपूर्ण होते है। घर का बना पौष्टिक खाना ही बेहतर रहता है। उन्होंने कहा कि खानपान में नियमित फल व सब्जियां को शामिल किया जाना आवश्यक है। कार्यक्रम में वर्ष 2002 बैच के छात्रों को पदक, ट्राफी के अलावा सह शैक्षिक गतिविधियों के लिए भाग लेने के लिए प्रमाण पत्र भी दिये गये।
इनमें कुल 56 प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र, 30 पदक तीन रनिंग ट्राफियां वितरित किये गये। इसके साथ ही विभाग के तृतीय व चतुर्थ कर्मियों को प्रशंसा प्रमाण पत्र आैर नकद पुरस्कार प्रदान किये गये। समारोह में दास एंड हलीम भाषण का पुरस्कार दिल्ली एम्स में एनाटॉमी की डा. रीमा को प्रदान किया गया। समारोह में डा. पुनीता मनिक, डा. ज्योति चोपड़ा समेत अन्य वरिष्ठ डाक्टर मौजूद थे।